जब फंस जाएं टोटकों के चक्रव्यू ह में........घबराएं नहीं करें ये उपाय
कुछ बुरे लोगों के कारण हम ना चाहते हुए भी टोटकों के मकडजाल में फंस जाते हैं। हमको हर काम में लगने लगता है कि किसी ने हमारे उपर कुछ टोटका करा दिया जिससे हमारा घर-परिवार, व्यवसाय सबकुछ चौपट हो गया है। अब हमारे पास जीवन का कोई भी मकसद नहीं रह गया है। ऐसे में घर नहीं यदि आप किसी कारण से टोटकों से घिर जाएं तो उनके चक्रव्यूह से निकलने के भी कई उपाय ज्योतिष और तंत्र शास्त्रों में लिखे हुए हैं, डरे नहीं आप इन्हें आजमाएं..........
घर में कुत्ता पालने से पहले पढ लें यह आलेख, कहीं पालतू कुत्ता आपको बरबाद ना कर दे
अक्सर केतु को सुधारने के लिए ज्योतिषी कुत्ता पालने की सलाह देते हैं। लेकिन कई बार कई सालों तक कुत्ता पालने के बाद भी केतु के कुप्रभावों हल्के नहीं पडते, कई बार तो हालात और भी गडबड हो जाते हैं। शायद आपको पता ही नहीं कि आपका कुत्ता पालना है या कुतिया? देसी कुत्ता पालना है कि विदेशी नस्ल का? ....
शादी में तोरण मारने के पीछे छिपा है गहरा राज, जानना चाहेंगे आप?
हिन्दू समाज में शादी में तोरण मारने की एक आवश्यक रस्म है, जो सदियों से चली आ रही है। लेकिन अधिकतर लोग नहीं जानते कि यह रस्म कैसे शुरू हुई। इसके पीछे एक गहरा राज है जो बहुत कम लोगों को ही पता है-....
सीढ़ी के नीचे कबाड़ रखने से अच्छे दिन भी बुरे बन जाएंगे
वास्तु विज्ञान अगर जातक वास्तु के अनुसार नहीं चले तो कई तरह की आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड सकता है। ऐसे में करें कुछ खास उपाय- ....
आपके पलंग और तकिए से बात करते हैं ग्रह, कुछ खास उपायों से ग्रह हो सकते हैं शांत
अगर आपके सितारे गर्दिश में चल रहे हैं और आप उनमें परिवर्तन लाना चाहते हैं तो जरूरी नहीं कि इसके लिए आपको बहुत अधिक खर्चा करने की जरूरत है, केवल कुछ खास उपायों के जरिए बेड पर सोकर भी कर सकते हैं-....
इस दिशा में पैसा या गहने रखें, कुछ दिनों होने लगेंगे दोगुने
प्रत्येक व्यक्ति धन को सुरक्षित रखना तो चाहता ही है, साथ ही यह भी चाहता है कि उसमें दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होती रहे। शास्त्रों के अनुसार धन को उत्तर दिशा को सबसे शुभ माना गया है क्योंकि उत्तर दिशा का स्वामी धन का देवता कुबेर है।....
वास्तु के इन अचूक प्रयोगों से आती है समृद्धि, मिलती है मानसिक शांति
वास्तु किसी विज्ञान और गणित से कम नहीं है। कहते हैं कि अगर वास्तु के अनुसार काम करने लग जाएं तो न केवल समृद्धि आपको इर्द-गिर्द डेरा देने लगती है बल्कि शांति और सुकून का भी घर में बसेरा होने लगता है। ....
चक्रवर्ती संतान प्राप्ति के लिए करें शनि प्रदोष व्रत, कल करें उपवास, होगी मनोकामना जल्द होगी पूरी
इस बार प्रदोष व्रत शनिवार को पडने के कारण शिव और माता पार्वती के साथ ही शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होगी। प्रदोष व्रत त्रयोदशी के दिन रखा जाता है। ज्योतिषों के अनुसार इस बार का प्रदोष व्रत पुण्यकारी है। इस व्रत को करने से मनचाही और चक्रवर्ती संतान मिलने के योग बनने लगते हैं।....
आज है पाप मोचिनी एकादशी, व्रत करने से मिलता है कई यज्ञों का फल, आने लगती है समृद्धि
लोक मान्यतानुसार चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को व्रत करने से समस्त पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। एकादशी तिथि को जागरण करने से कई गुणा पुण्य मिलता है। यही कारण है कि एकादशी तिथि को रात्रि में भी निराहार रहकर भजन- कीर्तन करते हुए जागरण करने की प्राचीन परम्परा आज भी भारत में अनवरत जारी है ।....
इन स्रोतों के स्मरण मात्र से मिलती हैं सिद्धियां बरसता है धन
मंत्रों का जाप करने से जहां देवताओं को रिझाया जा सकता है वहीं स्रोतों के स्मरण करने भर से देवी-देवता प्रसन्न होने लगते हैं। बात करते हें कुछ ऐसे प्रभावशाली स्रोतों के बारे में जिनको पठन से दौलत, शोहरत और सभी मन की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं-....
कौनसी कुंडली सटीक - हस्तलिखित या कंप्यूटराइज्ड्
आज के दौर में जब हर चीज पर नए युग की छाप है तो इससे जन्म कुंडली कैसी बच सकती है? ज्याेदातर लोग अपनी या बच्चोंय की जन्मेकुंडली कंप्यू्टर से बनवाना पसंद करते हैं। कितनी सटीक होती हैं कंप्यूपटर से बनी कुंडलियां? कितनी असरकारक होती हैं हस्तलिखित कुडलियां? ....
हर काम में सफल होने और व्यापार में लाभ के लिए करें चंद्र देव की ऐसी उपासना
स्वास्थ्य, सौंदर्य, प्रेम, सम्मान और पारिवारिक सुख व शांति के लिए चंद्र देव की उपासना की जाती है। जीवन में मानसिक कष्ट के निवारण, कार्य सिद्धि और व्यापार में लाभ के लिए कम से कम दस और अधिक से अधिक 54 सोमवार को चंद्र देव का व्रत रखते हुए नमक रहित भोजन करना चाहिए।....
देवकी के आठवीं संतान थी योगमाया, इस देवी की पूजा से होती हैं सभी इच्छाएं पूरी
धार्मिक ग्रंथो के अनुसार वासुदेव और देवकी के आठवीं संतान के रूप में श्री कृष्ण ने अपने मामा कंस के कारागार में जन्म लिया तो वहीँ नन्द और यशोदा के यहां महायोगिनी योगमाया ने जन्म लिया। योगमाया ने इसके बाद अपने लिए उस स्थान को रहने के लिया चुना, जहां आज विंध्यवासिनी मंदिर है। महायोगिनी महामाया के विंध्याचल पर्वत पर रहने के कारण उनका नाम विंध्यवासिनी देवी कहलाया।....
अपनी बुरी दशा और संकटों को दूर करने के लिए करें इस देवी की आराधना
जब मनुष्य की दशा ठीक होती है तब उसके सब कार्य अनुकूल होते हैं लेकिन जब यह प्रतिकूल होती है तो ज्या दा परेशानी होती है। इसी दशा को दशा भगवती या दशा माता कहा जाता है। इस बार यह व्रत 23 मार्च, गुरूवार को है। ....
घट स्थापना के समय ध्यान रखें ये 5 वास्तु नियम, बदल देंगे किस्मत
माता आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि मंगवार से शुरू हो रहा है। नवरात्रि में घट (कलश या छोटा मटका) स्थापना व नौ दिनों तक जलने वाली अखंड ज्योत भी जलाई जाती है। घट स्थापना करते समय यदि वास्तु नियमों का पालन भी किया जाए तो और भी शुभ होता है। ....