एक कटोरी जल, लाल गुलाब, कुमकुम और साबुत चावल के इस खास टोटके से घर में कभी कलह नहीं होगा

रिश्तों में गर्मजोशी एवं प्रेमभाव बनाये रखने के लिए यहां दिए गए छोटे-छोटे सरल उपाय कारगर सिद्ध हो सकते हैं लेकिन इन उपायों को करते समय अपने इष्टदेव के प्रति श्रद्धा, मन में पवित्र भाव और विश्वास बनाए रखना ज़रूरी है वरना अपेक्षित परिणाम मिलना संभव नहीं है।

शुक्रवार के दिन गुप्त रूप से प्रातः स्नान के बाद भगवान श्री कृष्ण का ध्यान करते हुए छोटी इलायची के तीन नग अपने शरीर से स्पर्श कराकर सुरक्षित रख लें अथवा शनिवार के दिन प्रातः इलायची के दाने पीसकर किसी व्यंजन में मिलाकर परिवार के सदस्यों को खिला दें तो आपसी प्रेम व्यवहार की वृद्धि होने लगेगी।

सास-बहु की लड़ाई तो जगजाहिर है। अगर दोनों में पटरी न बैठ पा रही हो तो बहु को चाहिए कि वह प्रत्येक पूर्णमासी को व्रत रखते हुए खीर बनाकर रात्रि में चंद्रदेव की शीतल धवल रोशनी में रखे और उस खीर को दूसरे दिन अपनी सास को मनुहार करके खिलाये।

इसी तरह अगर अपनी पुत्रवधु से श्वसुर नाराज चल रहे हो तो पुत्रवधु शुक्ल पक्ष के रविवार से आरंभ करके प्रतिदिन जल में गुड़ मिलाकर तांबे के पात्र से प्रातः स्नान के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करते हुए परिवार में सुख व शांति बने रहने की प्रार्थना करे। धीरे-धीरे रिश्ते सामान्य होने लगेंगे।

पति परमेश्वर के गुस्से से परेशान पत्नी के लिए भी एक आसान उपाय है। शुक्ल पक्ष के पहले रविवार या सोमवार या गुरूवार अथवा शुक्रवार को एक नए सफ़ेद रंग के वस्त्र या रूमाल में गुड़ की डली, चांदी एवं तांबे के दो सिक्के, एक मुट्ठी नमक तथा एक मुट्ठी साबुत गेहूं बांधकर बिना किसी को बताए चुपचाप अपने बैडरूम में किसी ऐसी जगह पर छुपाकर रखदे जहां पति की नजर उस पर न पड़े। प्रातः भोजन बनाते समय पहली रोटी बनाने के बाद उसके चार बराबर टुकड़े करे। उनमें से एक टुकड़ा गाय को, दूसरा काले रंग के कुत्ते को तथा तीसरा टुकड़ा कौवे को खिला दें जबकि चौथे टुकड़े को चुपचाप किसी चौराहे पर रखकर पीछे मुड़े बिना वापस लौट आएं। पति एवं दूसरे सदस्यों में प्रेमभाव बढ़ने लगेगा।

अकारण ही गृह क्लेश रहता हो तो शनिवार के दिन गेहूं पिसवाते समय किसी को बताये बिना उसमें थोड़े से काले चने भी मिलाकर पिसवा लें और उस आटे की रोटी प्रतिदिन खाएं तो गृह क्लेश में कमी आने लगेगी।

गुरूवार और शनिवार के दिन पीपल पर जल चढ़ाकर गरीबों को श्रद्धानुसार दान देने से घर-परिवार में सुख-शांति आएगी।

रात्रि में सोने से पहले एक कटोरी में जल, एक लाल गुलाब, कुमकुम तथा थोड़े से साबुत चावल लेकर पास में रख लें और सुबह के समय मंदिर के पुजारी को दान कर दें। परिवार में शांति बनी रहेगी।

मंगलवार तथा शनिवार को नियम पूर्वक भगवान् श्रीराम एवं हनुमान जी का स्मरण व ध्यान करते हुए चालीस दिनों तक अखंड दीपक जलाने से सभी प्रकार की गृह बाधाएं, क्लेश और कष्ट दूर होने लगेंगें।
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