सावन का चौथा सोमवार आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि और धार्मिक महत्व 
            Astrology Articles   I   Posted on 16-08-2021  ,07:03:17   I  by: 
            
            
            यह बात हम सभी जानते है कि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। आज  सावन माह का चौथा सोमवार व्रत है। आज लोग व्रत रखते हुए भगवान शिव और  माता पार्वती की पूजा करते हैं। दोनों की कृपा से लोगों की सभी मनोकामनाएं  पूर्ण होती हैं। सभी दुख दूर हो जाते हैं। 
पूजा- विधि
(1) सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें।
(2) घर के मंदिर में दीप जलाएं।
(3) सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
(4) शिवलिंग पर गंगाजल और दूध चढ़ाएं।
(5)  भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
(6)  भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें।
(7)  भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। 
(8)  इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। 
शुभ मुहूर्त 
पंचांग  के अनुसार सावन का महीना  22 अगस्त को समाप्त हो रहा है। सावन का आखिरी  सोमवार 16 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन सावन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी  तिथि पड़ रही है। इस दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा तथा अनुराधा  नक्षत्र लग रहा है। सावन के आखिरी सोमवार पर व्रत और पूजन करने से भगवान  शिव अवश्य प्रसन्न होते हैं। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 29 मिनट से लेकर  09 बजकर 07 मिनट तक रहेगा। इस काल में पूजन या कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा  नहीं माना जाता है।
भगवान शिव की पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री
भगवान  शिव की पूजा करने के लिए आपको फुल, पंच फल, पंचमेवा, रत्न, सोना, चांदी,  दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र  जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा,  भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें, तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा  दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती  जी की सोलह श्रृंगार के समान की जरूरत पड़ेगी।
सावन सोमवार का महत्व
सावन  के सोमवार का अधिक महत्व होता है। सावन पूजा भगवान शिव को समर्पित होता  है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को सावन का महीना अतिप्रिय होता है।