दो दिन रहेगी सावन पूर्णिमा, भ्रदा में नहीं बांधते रक्षा सूत्र, जानिये राखी बांधने का समय
            Astrology Articles   I   Posted on 25-08-2023  ,07:27:42   I  by: 
            
            
            इस साल सावन पूर्णिमा दो दिन 30 और 31 अगस्त को रहेगी। 30 अगस्त की सुबह  सूर्योदय सावन शुक्ल चतुर्दशी तिथि में होगा। इसके बाद करीब 10.05 बजे से  पूर्णिमा तिथि शुरू होगी, जो कि अगले दिन यानी 31 अगस्त की सुबह 7.35 बजे  तक रहेगी। पूर्णिमा के समय को लेकर पंचांग भेद भी हैं।
ज्योतिषाचार्षों और पंडितों के अनुसार इस साल 30 अगस्त को रक्षा बंधन मनाया जाएगा, लेकिन  पूरे दिन भद्रा होने से रात में रक्षा सूत्र बांधने के मुहूर्त रहेगा। 30  अगस्त की सुबह पूर्णिमा तिथि शुरू होते ही भद्रा भी शुरू हो जाएगी, जो कि  रात में 8.50 बजे तक रहेगा। रक्षा बंधन पर भद्रा योग में रक्षा सूत्र नहीं  बांधा जाता है। 30 की रात में 8.50 से 31 अगस्त की सुबह 7.35 तक रक्षा  सूत्र बांध सकते हैं।
भद्रा में क्यों नहीं बांधते हैं राखी
भद्रा शनि देव की बहन और क्रूर स्वभाव वाली है। ज्योतिष में भद्रा को एक  विशेष काल कहते हैं। भद्रा काल में शुभ कर्म शुरू न करने की सलाह सभी  ज्योतिषी देते हैं। शुभ कर्म जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, रक्षा बंधन पर  रक्षासूत्र बांधना आदि। सरल शब्दों में भद्रा काल को अशुभ माना जाता है।  मान्यता है कि सूर्य देव और छाया की पुत्री भद्रा का स्वरूप बहुत डरावना  है। इस कारण सूर्य देव भद्रा के विवाह के लिए बहुत चिंतित रहते थे।
भद्रा शुभ कर्मों में बाधा डालती थीं, यज्ञों को नहीं होने देती थी। भद्रा  के ऐसे स्वभाव से चिंतित होकर सूर्य देव ने ब्रह्मा जी से मार्गदर्शन मांगा  था। उस समय ब्रह्मा जी ने भद्रा से कहा था कि अगर कोई व्यक्ति तुम्हारे  काल यानी समय में कोई शुभ काम करता है तो तुम उसमें बाधा डाल सकती हो,  लेकिन जो लोग तुम्हारा काल छोड़कर शुभ काम करते हैं, तुम्हारा सम्मान करते  हैं, तुम उनके कामों में बाधा नहीं डालोगी।
इसी कथा की वजह से भद्रा काल में शुभ कर्म वर्जित माने गए हैं। भद्रा काल में पूजा-पाठ, जप, ध्यान आदि किए जा सकते हैं।
31 अगस्त से ही शुरू हो जाएगा भाद्रपद मास
31 अगस्त की सुबह 7.35 बजे तक पूर्णिमा रहेगी, इसके बाद से भाद्रपद मास  शुरू हो जाएगा। इस कारण 30 अगस्त को ही रक्षा बंधन और सावन पूर्णिमा से  जुड़े धर्म-कर्म करना ज्यादा शुभ रहेगा, क्योंकि 30 अगस्त को सुबह 10.05 के  बाद पूरे दिन पूर्णिमा तिथि रहेगी।