दिन के अनुसार करें कन्याओं को दान, मिलेगा माँ दुर्गा का आशीर्वाद

चैत्र नवरात्रि के साथ ही विक्रम संवत नए साल का आरंभ होता है जिसे विभिन्न प्रदेशों में विभिन्न नाम से जाना जाता है। मां दुर्गा के इस पर्व पर नवरात्रि स्थापना के दिन घट स्थापना की जाती है और अगले नौ दिन मातारानी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा करते हुए उन्हें भोग लगाया जाता है। इन दिनों में कन्याओं को दान देने का बहुत महत्व है। कहते हैं कन्याओं को दान देने से माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कन्याओं को दान माता के नौ दिनों के अनुसार दिया जाए तो इसके बेहतर परिणाम मिलते हैं।


आज हम अपने पाठकों को इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि नवरात्रि के कौनसे दिन कन्याओं को क्या दान किया जाना चाहिए।


नवरात्र का पहला दिन
नवरात्रि के पहले दिन प्रथम दिन कन्याओं को सुगंधित और ताजा फूल भेंट में देना शुभ होता है। इसके साथ ही, कोई श्रृंगार सामग्री भी अवश्य दें। अगर आप मां सरस्वती को प्रसन्न करना चाहते हैं तो सफेद पुष्प छोटी कन्याओं को दें। अगर धन संबंधी कार्यों में सफलता पाना चाहते हैं तो लाल पुष्प देकर किसी कन्या को खुश करें।

दूसरा दिन
नवरात्रि के दूसरे दिन कन्याओं को फलों का दान करें। इसके बाद कन्याओं का पूजन करें। फलों का दान करने से व्यक्ति की स्वास्थ्य और धन संबंधी कामनाएं पूर्ण होती हैं। ध्यान रखें, फल खट्टे नहीं होने चाहिए, मीठे फलों का दान करें।

तीसरा दिन
नवरात्रि के तीसरे दिन कन्याओं को स्वादिष्ट मिठाई का दान करना चाहिए। यदि आप चाहें तो इस दिन घर पर बनी खीर, हलवा या केशरिया चावल का दान भी कर सकते हैं।

चौथा दिन
नवरात्रि के चौथे दिन कन्याओं को वस्त्रों का दान करें। अपने सामर्थ्य के अनुसार रुमाल या रंगबिरंगे रिबन भी दिए जा सकते हैं।

पांचवां दिन
नवरात्रि के पांचवें दिन कन्याओं को पांच प्रकार की श्रृंगार सामग्री देना शुभ होता है। बिंदिया, चूड़ी, मेहंदी, बालों के लिए क्लिप्स, सुगंधित साबुन, काजल इत्यादि चीजें दी जा सकती हैं। ऐसा करने पर देवी मां से सौभाग्य और संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है।

छठवां दिन
नवरात्रि के छठवें दिन छोटी-छोटी कन्याओं को खिलौने देने चाहिए। अपनी श्रद्धा के अनुसार खेल सामग्री का दान करें।

सातवां दिन
नवरात्रि के सातवें दिन मां सरस्वती की कृपा पाने का दिन है। इस दिन कन्याओं को शिक्षण सामग्री का दान करना चाहिए। पेन, स्केच पेन, पेंसिल, कॉपी, ड्रॉइंग बुक्स, वाटर बॉटल, कलर बॉक्स आदि चीजें दान की जा सकती हैं।

आठवां दिन
नवरात्रि के आठवें दिन आप स्वयं किसी कन्या का पूर्ण श्रृंगार करें और उसका पूजन करें। इस दिन कन्या के पैरों का पूजन दूध से करें। पैरों पर कुमकुम, चावल और पुष्प अर्पित करना चाहिए। कन्या को भोजन कराएं और सामर्थ्य के अनुसार कोई भी भेंट भी दें।

नवां दिन
नवरात्रि के अंतिम दिन कन्याओं को खीर खिलाएं। दूध और आटे से बनी पूरियां खिलाएं। कन्याओं के पैरों में महावर और हाथों में मेहंदी लगाने से देवी पूजा पूर्ण होती है। पूर्ण पूजन के बाद कन्याओं को अंत में लाल चुनरी भेंट करें।

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